FSSAI क्या है? जानिए 7 जरूरी बातें जो हर बिज़नेस ओनर को पता होनी चाहिए !!

FSSAI क्या है?

पूरा नाम: Food Safety and Standards Authority of India
हिंदी में: भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण

यह भारत सरकार की एक संस्था है जो हमारे खाने-पीने की चीज़ों की गुणवत्ता और सुरक्षा की देखरेख करती है। यानी हम जो दूध, तेल, नमकीन, मिठाई, पानी, रेस्टोरेंट का खाना खाते हैं — वो स्वच्छ है या नहीं, यह FSSAI तय करता है।

FSSAI का इतिहास

स्थापना: अगस्त 2011
कानून: Food Safety and Standards Act, 2006 के तहत
निगरानी: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health & Family Welfare)

FSSAI का उद्देश्य

  • खाने-पीने की चीज़ें सुरक्षित और शुद्ध हों
  • मिलावट और नकली चीज़ों को रोकना
  • हर खाद्य उत्पाद के लिए मानक तय करना
  • पैकेजिंग और लेबलिंग के नियम बनाना
  • दुकानदारों, कंपनियों और रेस्टोरेंट को FSSAI लाइसेंस देना
Digital Real Estate ( डिजिटल रियल एस्टेट )
Digital Real Estate ( डिजिटल रियल एस्टेट )

FSSAI क्या-क्या काम करता है?

  • खाद्य सुरक्षा मानक बनाना (Food Standards बनाना) – FSSAI ये तय करता है कि खाने-पीने की चीज़ों में क्या-क्या होना चाहिए और कितना होना चाहिए।
    •  जैसे:
      • दूध में कितना फैट होना चाहिए,
      • तेल में कितना ट्रांस-फैट हो सकता है,
      • नमक में आयोडीन कितना होना चाहिए।
  • खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करना – FSSAI समय-समय पर बाजारों, दुकानों और फैक्ट्रियों से खाने के सैंपल लेकर उनकी जांच करवाता है, ताकि कोई भी मिलावट या खराब चीज़ न बिके।
  • लाइसेंस और पंजीकरण देना (Food License देना) – जो भी व्यक्ति या कंपनी खाने का व्यवसाय करना चाहती है (जैसे होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी, पैक्ड फूड कंपनियां), उन्हें FSSAI से लाइसेंस लेना जरूरी होता है।
  • फूड इंस्पेक्शन और निगरानी करना – FSSAI के इंस्पेक्टर्स बाजार में घूमकर ये देखते हैं कि: दुकानदार साफ-सफाई रख रहे हैं या नहीं,एक्सपायरी डेट का माल तो नहीं बेच रहे, किसी चीज में मिलावट तो नहीं है।
  • खाने के लेबल और पैकेजिंग को नियंत्रित करना – FSSAI ये तय करता है कि पैकेट पर क्या-क्या जानकारी लिखी होनी चाहिए
    • जैसे:
      • मैन्युफैक्चरिंग डेट,
      • एक्सपायरी डेट,
      • सामग्री (Ingredients) ,
      • न्यूट्रिशन वैल्यू ,
      • ताकि ग्राहक को हर चीज़ की सही जानकारी मिले।
  • मिलावट और धोखाधड़ी पर रोक लगाना – अगर कोई व्यापारी खाने में मिलावट करता है या गलत जानकारी देता है, तो FSSAI उस पर जुर्माना लगाता है, लाइसेंस रद्द करता है या केस भी दर्ज कर सकता है।
  • खाद्य जागरूकता फैलाना (Food Awareness) – FSSAI आम लोगों को साफ और सुरक्षित खाना खाने की आदत सिखाने के लिए अभियान चलाता है
    • जैसे:
      • Eat Right India,
      • Safe Food, Healthy Life,
      • नए रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देना ,
      • FSSAI वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट्स की मदद से नई खाद्य टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट्स और टेस्टिंग सिस्टम पर रिसर्च करवाता है।
  • इमरजेंसी में कार्रवाई करना – अगर किसी खाने के प्रोडक्ट से बीमारी फैलने का खतरा हो (जैसे कोई प्रोडक्ट ज़हरीला निकले), तो FSSAI तुरंत उसे बाजार से हटाने (Recall) का आदेश देता है।
  • खाद्य प्रयोगशालाएं चलाना और मान्यता देना – FSSAI के पास खुद की प्रयोगशालाएं होती हैं और वह दूसरी प्राइवेट लैब्स को भी टेस्टिंग के लिए अधिकृत करता है।

FSSAI का Logo और नंबर क्यों जरूरी है?

किसी भी पैकेटबंद खाद्य पदार्थ (जैसे नमकीन, दूध, बिस्किट, चॉकलेट) पर आपको FSSAI का Logo और 14 अंकों का लाइसेंस नंबर दिखेगा। इससे पता चलता है कि वह प्रोडक्ट सरकार द्वारा जांचा-परखा और सुरक्षित है।

FSSAI लाइसेंस कितने प्रकार के होते हैं?

  • Basic Registration – छोटे दुकानदार / 12 लाख तक सालाना टर्नओवर
  • State License – मिड-लेवल बिजनेस / ₹12 लाख से ₹20 करोड़
  • Central License – बड़ी कंपनियाँ / ₹20 करोड़ से ऊपर या अंतरराष्ट्रीय व्यापार

FSSAI नंबर कहाँ मिलता है?

हर पैकेज्ड फूड आइटम पर 14 अंकों का FSSAI नंबर लिखा होता है। जैसे: दूध के पैकेट, नमकीन, बिस्कुट, पानी की बोतल आदि। अगर नंबर नहीं दिख रहा है, तो हो सकता है वो चीज़ बिना लाइसेंस के बेची जा रही हो – जिससे खतरा हो सकता है।

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FSSAI किन-किन लोगों पर लागू होता है?

  • रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा
  • किराना दुकानदार
  • ऑनलाइन फूड ऐप्स (Swiggy, Zomato)
  • दूधवाले, बेकरी, मिठाई की दुकान
  • खाद्य पैकेजिंग कंपनियाँ
  • होम किचन बिज़नेस (जैसे आचार, पापड़, केक बनाकर बेचना)

एक उदाहरण:

“रीता जी घर से अचार बनाकर ऑनलाइन बेचती थीं। एक बार ग्राहक ने खराब अचार की शिकायत की। जब जांच हुई, तो पता चला कि उनके पास FSSAI लाइसेंस नहीं था। बाद में उन्हें जुर्माना भरना पड़ा और लाइसेंस लेना पड़ा। अब उनका काम भी सुरक्षित है और ग्राहक भी संतुष्ट हैं।”

FSSAI के फायदे : 

  • स्वच्छ और सुरक्षित भोजन की गारंटी – FSSAI यह सुनिश्चित करता है कि बाजार में मिलने वाला खाना साफ-सुथरा और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हो। इससे खाने से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
    • उदाहरण: दूध, बिस्किट, तेल, मसाले – सबकी गुणवत्ता FSSAI देखती है।
  • ग्राहकों का भरोसा बढ़ता है – जिस प्रोडक्ट पर FSSAI का लोगो और लाइसेंस नंबर होता है, उस पर लोग ज्यादा भरोसा करते हैं। उन्हें लगता है कि यह खाना जांचा-परखा और सुरक्षित है। FSSAI का निशान, भरोसे की पहचान!
  • बिज़नेस को कानूनी सुरक्षा मिलती हैFSSAI रजिस्ट्रेशन या लाइसेंस लेने के बाद कोई भी व्यक्ति या कंपनी फूड बिज़नेस को कानूनी रूप से चला सकती है। इससे फाइन, जेल या बंदी जैसी परेशानियाँ नहीं होतीं।
  • गुणवत्ता में सुधार होता हैFSSAI समय-समय पर जांच और नियम तय करता है जिससे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बनी रहती है। इससे कंपनियों को बेहतर प्रोडक्ट बनाने की प्रेरणा मिलती है।
  • नकली और मिलावटी सामान से बचावFSSAI की जांच और नियमों से बाजार में नकली और मिलावटी चीजें (जैसे मिलावटी दूध, मसाले, मिठाइयाँ आदि) कम होती हैं।
  • फूड एक्सपोर्ट करने में आसानीअगर आप अपने खाने का सामान विदेश भेजना चाहते हैं (Export), तो FSSAI लाइसेंस आपकी अंतरराष्ट्रीय साख (reputation) बढ़ाता है। इससे विदेशों में भी आपका ब्रांड चल सकता है।
  • स्वास्थ्य संबंधी जागरूकताFSSAI समय-समय पर हेल्दी खाने की जानकारी देता है जैसे – कम नमक, कम चीनी, कम फैट वाला खाना खाएं। इससे जनता में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आती है।
  • सरल रजिस्ट्रेशन प्रक्रियाछोटे दुकानदार, ठेलेवाले, होटल-ढाबे, ऑनलाइन फूड डिलीवरी (Swiggy, Zomato) वाले भी अब आसानी से ऑनलाइन FSSAI का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यह एकदम सरल और सस्ता है।
  • खराब चीज बेचने वालों पर कार्रवाई – अगर कोई व्यापारी या होटल वाला गंदा, बासी या खराब खाना बेचता है, तो FSSAI उस पर जुर्माना या कार्रवाई कर सकता है। इससे उपभोक्ताओं को न्याय मिलता है।
  • ट्रैकिंग और ट्रेसिंग सिस्टम – FSSAI ऐसी व्यवस्था बना रहा है जिससे किसी प्रोडक्ट की पूरी जानकारी (कब बना, कहाँ से आया, किसने बनाया) पता की जा सके। इससे ज़हर या मिलावट वाली चीजें जल्दी पकड़ी जा सकती हैं।

FSSAI से जुड़ी चुनौतियाँ

  • सभी छोटे दुकानदारों में अब तक जागरूकता नहीं है
  • ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण की कमी
  • कभी-कभी भ्रष्टाचार और देरी की शिकायतें भी आती हैं

FSSAI से जुड़ना कैसे आसान है?

  • www.fssai.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें
  • आधार कार्ड, फूड डिटेल्स, फोटो आदि डॉक्यूमेंट अपलोड करें
  • फीस जमा करें (लाइसेंस टाइप के अनुसार)
  • 7-30 दिनों में लाइसेंस मिल जाता है
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निष्कर्ष (Conclusion) : 

FSSAI न केवल हमारे खाने को सुरक्षित बनाता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य, व्यापार और उपभोक्ता अधिकारों की भी रक्षा करता है। आज के समय में जब मिलावट, नकली प्रोडक्ट्स और अस्वच्छ खाना आम समस्या बन चुकी है, ऐसे में FSSAI एक भरोसेमंद प्रहरी की तरह काम करता है।

चाहे आप ग्राहक हों या बिज़नेस चलाने वाले, FSSAI का नियमों का पालन करना सबके लिए फायदेमंद है। इसका सर्टिफिकेट न सिर्फ गुणवत्ता की पहचान है, बल्कि एक जिम्मेदार और ईमानदार फूड सिस्टम का प्रतीक भी है। इसलिए आज ही सुनिश्चित करें कि आप जो खा रहे हैं या जो बेच रहे हैं, वह FSSAI मानकों पर खरा उतरता हो।

“सुरक्षित खाना, बेहतर जीवन – यही है FSSAI का सपना!”

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