National Pension System: NPS क्या है? कौन ले सकता है? NPS के 5 बड़े फायदे (Benefits of NPS) सुनहरा रिटायरमेंट !

National Pension System

NPS का मतलब है नेशनल पेंशन सिस्टम। यह एक सरकारी योजना है जो आपकी रिटायरमेंट (सेवानिवृत्ति) के लिए पैसा बचाने में मदद करती है। आप हर महीने थोड़े-थोड़े पैसे जमा करते हैं, और जब आप 60 साल के हो जाते हैं, तब आपको पेंशन मिलती है। यह योजना 2004 में शुरू हुई थी सबसे पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए, और बाद में सभी आम लोगों के लिए खोल दी गई।

NPS कौन ले सकता है?

  •  भारत का कोई भी नागरिक
  •  जिसकी उम्र 18 से 70 साल के बीच हो
  •  नौकरी करने वाला हो या खुद का बिज़नेस करता हो
  •  चाहे वो प्राइवेट जॉब में हो, किसान हो या दुकानदार

सरकारी कर्मचारी, प्राइवेट कर्मचारी, खुद का काम करने वाले लोग – सबके लिए खुला है NPS।

NPS के फायदे (Benefits of NPS) 

  • रिटायरमेंट के बाद पेंशन : हर महीने थोड़ी रकम जमा करो और 60 साल के बाद पेंशन पाओ।
  • टैक्स में छूट : सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक , 80CCD(1B) में अलग से ₹50,000 तक की छूट – यानी कुल ₹2 लाख तक टैक्स से बचत।
  • ब्याज ज्यादा मिलता है – बैंक से ज्यादा ब्याज – करीब 8-10% तक।
  • सरकार द्वारा सुरक्षित योजना – यह योजना PFRDA (Pension Fund Regulatory and Development Authority) द्वारा चलाई जाती है – मतलब भरोसेमंद और पारदर्शी। कम लागत में निवेश | दूसरे म्यूचुअल फंड से सस्ता – 0.01% चार्ज ही लगता है।
  •  ऑनलाइन भी खोल सकते हैं खाता – घर बैठे eNPS पोर्टल से रजिस्ट्रेशन आसान है।

NPS और सामान्य पेंशन योजना में फर्क (Difference Between NPS & Other Pension Plans) 

  1. NPS और पारंपरिक पेंशन योजना में अंतर बहुत आसान है। NPS यानी नेशनल पेंशन सिस्टम एक सरकारी स्कीम है जिसमें आप 60 साल तक पैसा जमा करते हैं और फिर पेंशन मिलती है। इसमें ब्याज ज्यादा मिलता है (8-10%) और टैक्स में छूट भी मिलती है।
  2. पारंपरिक पेंशन योजना जैसे LIC जीवन अक्षय में फिक्स पेंशन मिलती है लेकिन ब्याज कम (5-6%) होता है। NPS में पैसा शेयर और बांड में लगता है, जबकि पेंशन योजना में पैसा सुरक्षित जगह लगता है। अगर आप ज्यादा रिटर्न और टैक्स बचत चाहते हैं तो NPS बेहतर विकल्प है।

NPS ज्यादा सुरक्षित और रिटर्न वाला विकल्प है।

सरकार द्वारा उठाए गए कदम (Govt. Steps for NPS Promotion)

  • सभी नागरिकों के लिए योजना खोली – पहले केवल सरकारी कर्मचारी, अब कोई भी ले सकता है।
  • ऑनलाइन सुविधा – eNPS वेबसाइट शुरू की गई।
  • NPS में टैक्स छूट बढ़ाई गई – 50,000 की एक्स्ट्रा छूट दी।
  • अंशदान बढ़ाया – सरकारी कर्मचारियों के लिए 10% से 14% कर दिया।
  • SWAVALAMBAN योजना – गरीब तबके के लिए सरकार खुद अंशदान देती थी (अब Atal Pension Yojana में बदल गई)।
Retirement Planning
Retirement Planning : For all

NPS में निवेश कैसे करें?

  1. 1नजदीकी बैंक, पोस्ट ऑफिस या ऑनलाइन पोर्टल पर जाएं।
  2.  फॉर्म भरें, KYC डॉक्युमेंट दें।
  3. PRAN नंबर मिलेगा – आपका NPS अकाउंट नंबर।
  4. हर महीने ₹500 से शुरुआत कर सकते हैं।

व्यक्तिगत अनुभव – एक सच्ची कहानी

  • रामू चाचा , 45 साल के किसान हैं। वो हर महीने 1000 रुपये NPS में जमा कर रहे हैं। उनका सपना है कि जब वो 60 के हों, तो उन्हें कोई बेटे के भरोसे न रहना पड़े। अब तक उन्होंने ₹1.5 लाख जमा कर लिया है और उस पर अच्छा ब्याज मिल रहा है। वो कहते हैं,  “बुढ़ापे की लाठी NPS है, अब किसी पर बोझ नहीं बनूंगा।

NPS के नुकसान (Cons)

  1.  पैसे 60 साल से पहले नहीं निकाल सकते (emergency withdrawal सीमित है)
  2. थोड़ा जटिल लग सकता है शुरुआत में
  3. 60 साल के बाद कुछ हिस्सा पेंशन में ही लगाना अनिवार्य है (Annuitize करना पड़ता है)

लेकिन इसके फायदे ज्यादा हैं नुकसान से।

मोहन जी हर महीने ₹1000 NPS में डालते हैं।उन्होंने 30 साल तक ये किया। 8% ब्याज के हिसाब से उन्हें करीब ₹15 लाख मिलेंगे। इसका 40% पेंशन में जाएगा, जिससे उन्हें हर महीने ₹8000 की पेंशन मिलेगी।

Read more about … SIP Calculator और ऐप्स – पैसा बढ़ाने का आसान तरीका, 18 से 60 वर्ष की आयु के सभी लोगों के लिए

निष्कर्ष – क्या NPS लेना चाहिए?

हां, बिल्कुल! अगर आप चाहते हैं कि बुढ़ापे में आपको किसी पर निर्भर न रहना पड़े, तो NPS एक सरल, सस्ती और भरोसेमंद योजना है। सरकार इसे चला रही है, टैक्स में बचत है, और रिटायरमेंट के लिए पेंशन भी पक्की !!  अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो, तो अपने परिवार और दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। आपके माता-पिता, भाई-बहन या कोई भी – सबके लिए जरूरी है NPS जैसी योजना के बारे में जानना।